शनिवार, 27 मार्च 2010

कविता :प्यारे बच्चो आओ

प्यारे बच्चो आओ

आओ प्यारे बच्चो आओ ।
एक मेरी बात सुन जाओ ॥
पर्यावरण क्यों गंदा है ।
साफ इसे क्यों नहीं करते हैं ॥
अगर पर्यावरण साफ बनाना है ।
कूड़ा कचरा आदि नहीं फेकना है ॥
पन्नी का प्रयोग नहीं करना है ।
कपड़े का कोई झोला बनाओ न ॥
उसमें गुड-चीनी भर लाओ न ।
आओ प्यारे बच्चो आओ ॥
लेखक :मुकेश कुमार
कक्षा :
अपना घर

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