मंगलवार, 14 अप्रैल 2009

कहानी :- बूढे की विरासत

बूढे की विरासत
एक बार की बात है, जंगल में एक व्यक्ति रहता था, जो अत्यन्त निर्धन था। उसके पास केवल दो आम और दो अमरूद के पेड़ थे। उन पेड़ों के फलो को बेचकर वो अपना गुजर - बसर करता था। इस तरह करते हुए कई साल गुजर गए और वह अब काफी बूढा हो चला था। उसके कामों में पास के ही गाँव का एक लड़का मदद कर देता था। उसके बदले वह बूढा ब्यक्ति उसे ढेर सरे फल खाने को देता था। उसके आम और अमरूद के पेड़ों में इस साल खूब सारे फल लद गए थे। बूढा किसान सोचने लगा की मै पता नही कब इस दुनिया से चला जाऊ, मेरे बाद इन पेड़ों को कौन देख - भाल करेगा। यही सोचते हुए उसने उस लड़के को बुलाया और उसे अपने पेडो को सौंप कर अपना दम तोड़ दिया। उस लड़के ने उन पेड़ों की खूब सेवा की उन्हें पानी और खाद दिया, पेड़ खूब हरे - भरे हो गए। हर साल पहले से ज्यादा फल पेड़ों पर आने लगे, उन फलों को बेचकर वो लड़का धीरे - धीरे काफी अमीर हो गया। उसने ढेर सारे पेड़ लगाये और सारी दुनिया हरी- भरी हो गई......
मुकेश कुमार, अपना घर, कक्षा 7

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