सोमवार, 2 मार्च 2009

कविता;- बरसात

बरसात
बरसात का मौसम आया
कीचड़ अपने साथ में लाया
बढ़ता जाता पानी ही पानी
घर में माँ को होती परेशानी
दिन भर बच्चे भूखे सोते
रात भर भी बच्चे भूखे सोते
कोई हो जाता बच्चा बीमार
गरीबी के कारण जाता मर
पैसा कंहा से लाते
काम कंहा करने जाते
आदित्य कुमार
कक्षा ६, अपना घर


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