tag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post3253507462375454114..comments2023-10-30T14:30:18.184+05:30Comments on बाल सजग: कविता : वो सुबह कब आएगीBAL SAJAGhttp://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-28207170406791171972017-11-06T13:22:41.668+05:302017-11-06T13:22:41.668+05:30बहुत सुंदर ढ़ेरों आशीष एवं शुभकामनाएँबहुत सुंदर ढ़ेरों आशीष एवं शुभकामनाएँNITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-60167181839224931502017-11-06T10:21:56.279+05:302017-11-06T10:21:56.279+05:30बेहतरीन रचना । हमें भी इंतज़ार है ,उस सुबह का । सस्...बेहतरीन रचना । हमें भी इंतज़ार है ,उस सुबह का । सस्नेह आशीर्वाद।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-50558660991218493202017-11-06T10:16:41.401+05:302017-11-06T10:16:41.401+05:30वो सुबह जरूर आयेगी। आशा मुस्करायेगी। अगर आपकी कलम ...वो सुबह जरूर आयेगी। आशा मुस्करायेगी। अगर आपकी कलम ऐसे ही लिखते जायेगी। बहुत ही बढ़िया कविवर। ख़ूब आशीषअमित जैन मौलिकhttps://www.blogger.com/profile/07987558363508620146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-18797748998505048062017-11-06T10:04:04.182+05:302017-11-06T10:04:04.182+05:30आप जैसे नव युवाओं की नयी सोच के साथ नयी सुबह का शु...आप जैसे नव युवाओं की नयी सोच के साथ नयी सुबह का शुभारंभ होगा ......बहुत ही सुन्दर सोच....<br />सुन्दर कविता आपकी....<br />शुभकामनाएं....Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-43165098906774823032017-11-06T08:55:34.847+05:302017-11-06T08:55:34.847+05:30सम्पूर्ण सत्ताएं एक ही परम सत्ता और सम्पूर्ण भाव ए...सम्पूर्ण सत्ताएं एक ही परम सत्ता और सम्पूर्ण भाव एक ही परम भाव के अंतर्भूत है. उन परम भावों का प्रादुर्भाव बालपन के उर्वरा प्रांगण में होता है. इसी बात को महाकवि विलियम वर्ड्सवर्थ ने कहा " Child is the father of man " और इसी बात को प्रमाणित किया है आपने अपनी इस रचना में!!! बधाई, आभार और शुभकामनाएं कि सृष्टि के आप सरीखे नव प्रसूनों के सुवास से साहित्य का आंगन सर्वत्र और सर्वदा सुरभित होते रहे!!!! यूँ ही लिखते रहें , सीखते रहें और साहित्याकाश में दीखते रहें !!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-59090747264159130602017-11-06T08:48:58.063+05:302017-11-06T08:48:58.063+05:30क्या खूबसूरत संदेश दिया है आपने अपनी रचना के माध्य...क्या खूबसूरत संदेश दिया है आपने अपनी रचना के माध्यम से । बेहतरीन रचना प्रांजुल बाबू । ढ़ेरों आशीष एवं शुभकामनाएँ ।Rajesh Kumar Raihttps://www.blogger.com/profile/11470374028071461971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-56243388286179315662017-11-06T08:22:23.572+05:302017-11-06T08:22:23.572+05:30वाह कितनी खूबसूरत सोच है आपकी प्रान्जुल बेटा ! उस ...वाह कितनी खूबसूरत सोच है आपकी प्रान्जुल बेटा ! उस सुबह का हम सबको भी बेसब्री से इंतज़ार है ! जब हमारे देश के बच्चे इतनी अच्छी और सकारात्मक सोच रखेंगे तो देश का भविष्य तो उजला होगा ही ! बहुर सुन्दर रचना ! आपकी इस बेहद सुन्दर रचना के लिए हार्दिक बधाई ! इसी तरह लिखते रहें ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-23222936982750267242017-11-06T08:17:44.051+05:302017-11-06T08:17:44.051+05:30प्रांजुल बहुत सुन्दर सोच के साथ लिखी है आपने यह र...प्रांजुल बहुत सुन्दर सोच के साथ लिखी है आपने यह रचना . सस्नेह आशीर्वाद .Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-83326450038410511932017-11-06T06:12:38.378+05:302017-11-06T06:12:38.378+05:30वाह्ह्ह..।।बहुत सुंदर लिखा आपने प्रांजल सुंदर भाव।...वाह्ह्ह..।।बहुत सुंदर लिखा आपने प्रांजल सुंदर भाव।<br />आपको खूब सारा आशीष एवं शुभकामनाएँ मेरी।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6927750092483053365.post-16467268432212679422017-11-05T10:23:56.594+05:302017-11-05T10:23:56.594+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द" मे...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द" में सोमवार ०६ नवंबर २०१७ को लिंक की गई है..................<a href="http://halchalwith5links.blogspot.com" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.com </a>आप सादर आमंत्रित हैं ,धन्यवाद! "एकलव्य" </b></i><br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.com